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तमिलनाडु की 'मुख्यमंत्री ब्रेकफास्ट स्कीम' को पंजाब में लागू करने की संभावनाएं तलाशेंगे : मान

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Chief Minister Bhagwant Singh Mann: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज घोषणा की कि तमिलनाडु की 'मुख्यमंत्री ब्रेकफास्ट स्कीम ' को पंजाब में लागू करने की संभावनाओं की तलाश की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में इस योजना के विस्तार की शुरुआत के लिए आयोजित समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थिति हमारे लिए बहुत गर्व और व्यक्तिगत रूप से संतुष्टिदायक है। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस दिग्गज नेता ने लगातार राज्यों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन उसी समर्पण के साथ अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के लोगों, विशेष रूप से एमके स्टालिन का इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह निमंत्रण केवल व्यक्तिगत गर्व की बात नहीं है, बल्कि यह सभी पंजाबियों के लिए गर्व का क्षण है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस योजना के तहत अब तमिलनाडु के शहरी क्षेत्रों के सभी सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को सुबह का भोजन प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना शुरू में सितंबर 2022 में ग्रामीण प्राथमिक स्कूलों में शुरू की गई थी, जिससे 34,987 स्कूलों के 17 लाख से अधिक छात्रों को लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि आज से शहरी सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब मंत्रिमंडल अब पंजाब में भी इसी तरह की पहल शुरू करने पर विचार करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि इस योजना ने तमिलनाडु में शानदार परिणाम दिए हैं, जिससे छात्रों की उपस्थिति में सुधार, सीखने में प्रगति, कुपोषण में कमी और प्राथमिक स्कूल के छात्रों में बीमारी की दर में कमी आई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी जन कल्याणकारी पहल समय की मांग हैं, विशेष रूप से दबे-कुचले और हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए ऐसी योजनाओं की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने हमेशा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता दी है और अब विभिन्न राजनीतिक दल इन क्षेत्रों को अपने चुनावी घोषणापत्रों में भी प्रमुखता दे रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने सामाजिक और शैक्षिक सुधारों के लिए तमिलनाडु के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि 'नाश्ता योजना' को एक और ऐतिहासिक कदम के रूप में याद किया जाएगा।

पंजाब में प्रगति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए सरकारी स्कूलों को 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' में बदला जा रहा है। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि शिक्षा में प्रदर्शन के मामले में पंजाब ने भारत के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में केरल को पीछे छोड़कर पहला स्थान हासिल किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे सरकारी स्कूलों के 848 छात्रों ने नीट, 265 छात्रों ने जे.ई.ई. मेन्स और 45 छात्रों ने जे.ई.ई. एडवांस्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए लड़कियों को स्कूल लाने के लिए विशेष बसें शुरू की हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों और अध्यापकों को सिंगापुर, फिनलैंड और अहमदाबाद के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में बात करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि 'मुख्यमंत्री सेहत योजना' शुरू की जा रही है, जिसके तहत पंजाब के प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त चिकित्सा उपचार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में कोई आय सीमा नहीं रखी गई है और इससे पंजाब के सभी तीन करोड़ लोगों को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में 881 आम आदमी क्लीनिक पहले से ही चल रहे हैं, जिनसे रोजाना 70 हजार मरीजों को सेवाएं मिल रही हैं। अब मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल जानकारी तक पहुंच में सुधार के लिए एक नई व्हाट्सएप चैटबॉट सेवा शुरू की गई है। भगवंत सिंह मान ने आगे घोषणा की कि आने वाले दिनों में पंजाब में 200 नए आम आदमी क्लीनिक खोले जाएंगे ताकि स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक सभी की पहुंच बढ़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु सरकार की तरह पंजाब सरकार भी लोगों की सेवा के लिए मिशनरी भावना के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के सहयोग से 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस महान कार्य के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब ने सभी क्षेत्रों में बड़ी तब्दीली दर्ज की है, जिसका आम आदमी को बहुत लाभ मिल रहा है।

स्टालिन को 'सच्चा जन नेता' बताते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें संतों, गुरुओं, पीर-फकीरों और शहीदों की धरती पंजाब आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि एम.के. स्टालिन ने अपनी दूरदृष्टि, समर्पण और जन-हितैषी शासन के माध्यम से लोगों के दिलों में गहरी जगह बनाई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे समर्पित नेता आज के राजनीतिक परिदृश्य में दुर्लभ हैं।

राष्ट्रीय नेतृत्व की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को 'जुमलागिरी का उस्ताद' चला रहा है, जो लगातार लोगों को गुमराह कर रहा है। 'अच्छे दिन' के वादे के टूटने और प्रत्येक के खाते में 15 लाख रुपए न आने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे झूठे वादों ने लोगों के राजनीति पर भरोसे को ठेस पहुंचाई है। भगवंत सिंह मान ने चेतावनी दी कि लोगों का मोहभंग होना लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

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