Kuber Murti Vastu : घर में धन और समृद्धि लाने के लिए कुबेर देव की पूजा और मूर्ति रखने की परंपरा पुरानी है। लेकिन सवाल यही उठता है कि क्या कुबेर की मूर्ति घर में रख सकते हैं या नहीं?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इसका उत्तर हां है, लेकिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी है। अगर दिशा, स्थान, स्वच्छता और पूजा का ध्यान सही से रखा जाए, तो मूर्ति घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
अगर इन नियमों की अनदेखी होती है, तो मूर्ति का लाभ कम और नुकसान अधिक दिखाई दे सकता है।
घर में कुबेर की मूर्ति रखने के सही स्थान
कुबेर देव की मूर्ति को सही जगह पर रखना सबसे अहम होता है। वास्तु के अनुसार:
मुख्य गेट के पास या मेन एंट्रेंस पर:
यह सबसे शुभ स्थान माना जाता है।
इससे घर में प्रवेश करते समय सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मूर्ति को हमेशा दृश्यमान स्थान पर रखें, न कि किसी अंधेरी या छुपी जगह पर।
ऊँचाई का ध्यान:
मूर्ति को जमीन पर रखना अशुभ माना जाता है।
इसे थोड़ी ऊँचाई पर रखें ताकि सभी लोग आसानी से देख सकें।
कुबेर देव की दिशा और मुद्रा
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि कुबेर देव की दिशा और मुद्रा का सही होना बहुत जरूरी है:
उत्तर दिशा में रखें: उत्तर दिशा कुबेर देव की मुख्य दिशा मानी जाती है।
मूर्ति का मुख दक्षिण दिशा की ओर: इससे धन का प्रवाह घर के अंदर की ओर होता है।
अलग स्थान: कुबेर देव को लक्ष्मी या गणेश के साथ न रखें। यह धन के संरक्षक हैं, इसलिए उनका स्थान थोड़ा अलग होना चाहिए।
सही दिशा में मूर्ति रखने से घर में धन, सुख-सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
किन जगहों पर मूर्ति नहीं रखें
कुबेर देव की मूर्ति को लेकर कुछ जगहों से बचना जरूरी है:
टीवी, फ्रिज, या सजावटी स्टैंड पर मूर्ति रखना गलत है।
मूर्ति के पास कभी जूते-चप्पल या गंदी चीजें न रखें।
अशुद्ध या गंदी जगह पर मूर्ति रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और मूर्ति का लाभ कम होता है।
इसलिए स्थान, दिशा, ऊँचाई और स्वच्छता पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है।
पूजा और देखभाल से बढ़ता है लाभ
प्रतिदिन मूर्ति की पूजा और साफ-सफाई करने से घर में सुख, सौभाग्य और धन बढ़ता है।
मूर्ति के चारों ओर फूल, दीपक या हल्की सजावट रखना शुभ माना जाता है।
मुस्कुराते हुए कुबेर देव की मूर्ति परिवार में खुशियों और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
अगर आप चाहते हैं कि घर में कुबेर की मूर्ति रखना शुभ और फायदेमंद रहे, तो ध्यान रखें:
सही दिशा और स्थान।
मूर्ति की ऊँचाई और दृश्यमानता।
आसपास की स्वच्छता और पूजा।
मूर्ति को सजावट या अव्यवस्थित जगह पर न रखें।
इन सभी नियमों का पालन करने से आपकी गृहस्थी में धन, सुख और समृद्धि बनी रहेगी।
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