कभी-कभी ऐसी मेडिकल कहानियां सामने आती हैं, जो न सिर्फ डॉक्टरों को हैरान कर देती हैं, बल्कि आम लोगों को भी सोचने पर मजबूर कर देती हैं। ऐसा ही एक अनोखा मामला हाल ही में सामने आया, जिसमें एक 27 साल की महिला को अपनी जिंदगी में कभी पीरियड्स नहीं आए। फिर भी, उसका मां बनने का सपना इतना मजबूत था कि उसने हार नहीं मानी। आइए, इस हैरान करने वाली कहानी को विस्तार से जानते हैं।
मां बनने का सपना और अनोखी चुनौतीकई महिलाओं के लिए मां बनना जिंदगी का सबसे खूबसूरत सपना होता है, लेकिन कुछ के लिए यह सपना चुनौतियों से भरा होता है। इस 27 साल की महिला की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। उसे कभी पीरियड्स नहीं आए, फिर भी वह मां बनने के लिए तड़प रही थी। जब वह अपनी इस समस्या को लेकर डॉक्टर के पास पहुंची, तो डॉक्टर भी उसकी मेडिकल हिस्ट्री सुनकर दंग रह गए। इसके बाद जो हुआ, वह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
डॉक्टर के पास पहुंची महिला, सामने आई चौंकाने वाली बातफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. राजीव अग्रवाल ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस अनोखे मामले का जिक्र किया। उनके पास एक 27 साल की महिला आई, जिसकी शादी को दो साल हो चुके थे। वह मां बनना चाहती थी, लेकिन उसकी सबसे बड़ी समस्या यह थी कि उसे जिंदगी में कभी पीरियड्स नहीं आए। न 12 साल की उम्र में, न 16 में, और न ही उसके बाद कभी। यह सुनकर डॉक्टर भी हैरान रह गए।
माता-पिता की अनजानगी और शर्मिंदगीडॉ. अग्रवाल बताते हैं कि महिला ने अपनी मेडिकल हिस्ट्री साझा करते हुए बताया कि उसके माता-पिता ने जानकारी की कमी और शर्मिंदगी के चलते उसे कभी डॉक्टर के पास नहीं ले गए। हैरानी की बात यह थी कि उसकी मां का रिप्रोडक्टिव साइकल पूरी तरह सामान्य था। उनकी मां को सिर्फ 47 साल की उम्र में फाइब्रॉएड की वजह से हिस्टेरेक्टोमी (गर्भाशय निकालने की सर्जरी) करवानी पड़ी थी।
छोटी और निष्क्रिय थीं ओवरीजडॉ. अग्रवाल ने महिला की विस्तृत जांच की, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। महिला की ओवरीज बहुत छोटी और एट्रोफिक (निष्क्रिय) थीं। जांच में उनका AMH लेवल सिर्फ 0.001 था। जेनेटिक टेस्ट से पता चला कि उनका कैरियोटाइप 46 XX (नॉर्मल फीमेल) था, लेकिन Fragile X (FMRI म्यूटेशन) पॉजिटिव पाया गया। इसका मतलब था कि महिला को कभी ओव्यूलेशन नहीं हुआ और उनके शरीर में कोई फंक्शनल एग्स नहीं थे। साथ ही, उनका गर्भाशय भी अविकसित था।
क्या है Fragile X प्री-म्यूटेशन?डॉ. राजीव के मुताबिक, Fragile X प्री-म्यूटेशन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाएं सामान्य महिलाओं की तुलना में जल्दी अपने अंडे खो देती हैं। भले ही उनकी उम्र कम हो, लेकिन उनकी ओवरीज जल्दी बूढ़ी हो जाती हैं और निष्क्रिय हो जाती हैं। इस वजह से प्यूबर्टी और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं।
चमत्कार जैसा ट्रीटमेंट और नया जीवनडॉ. अग्रवाल ने महिला का इलाज शुरू किया। शुरुआती दो महीनों तक कोई खास बदलाव नहीं दिखा और पीरियड्स शुरू नहीं हुए। लेकिन तीसरे महीने में महिला का गर्भाशय एक वयस्क साइज में विकसित हो गया और उसे पहली बार पीरियड्स आए। चूंकि महिला के अपने एग्स उपलब्ध नहीं थे, इसलिए कपल की काउंसलिंग के बाद डॉक्टरों ने डोनर एग और पति के स्पर्म के साथ IVF प्रक्रिया अपनाई। इस प्रक्रिया से फर्टिलाइजेशन किया गया, जिसने महिला के मां बनने के सपने को हकीकत में बदलने की उम्मीद जगाई।
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