शिमला, 05 मई . ठियोग से कांग्रेस विधायक और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने हाल ही में प्रदेश में हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से नकदी फसलों और फलों को हुए भारी नुकसान पर चिंता जताई है. उन्होंने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री और बागवानी मंत्री से अपील की है कि प्रभावित किसानों और बागवानों को नियमों के तहत शीघ्र मुआवजा दिया जाए.
राठौर ने कहा कि ओलावृष्टि से सेब की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है, जबकि गेहूं, सब्जियों और अन्य फसलों को भी गहरी क्षति पहुंची है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि राजस्व विभाग को जल्द नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए जाएं.
सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में राठौर ने प्राकृतिक आपदाओं में हो रही बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस पर वैज्ञानिक शोध की जरूरत है और ग्लोबल वार्मिंग इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है. उन्होंने कहा कि कृषि और बागवानी के लिए दीर्घकालिक नीतियों की आवश्यकता है, ताकि प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके.
ऊपरी शिमला में लगाए गए एंटी हेलगन सिस्टम पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ किसानों को लगता है कि इसकी वजह से ओलावृष्टि अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ रही है. उन्होंने मांग की कि इस प्रभाव पर भी शोध हो और यदि यह प्रभावी है तो ठियोग क्षेत्र में भी ऐसी व्यवस्था की जाए.
कुलदीप राठौर ने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों की आमदनी प्रभावित हुई है और जो किसान लोन ले चुके हैं वे उसे चुकाने की स्थिति में नहीं हैं. ऐसे में उन्होंने लोन की अदायगी और ब्याज को अगले साल तक स्थगित करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने कीटनाशकों पर सब्सिडी देने की भी मांग उठाई है ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके.
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/ उज्जवल शर्मा
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