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बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्म की मनायी गयी 35वीं पुण्यतिथि

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कोकराझार (असम), 1 मई . बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्म की आज 35वीं पुण्यतिथि उनके जन्म स्थान दोतमा शहर स्थित थुलूंगापुरी में मनायी गयी. आज सुबह से ही ऑल बोडो स्टूडेंट यूनियन (आब्सू) के संस्थापक एवं बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्म की शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बोडो समाज के लोगों का तांता लगा रहा. आब्सू के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के तहत सुबह आब्सू के सहायक शिक्षा सचिव रोमियो कुमार बसुमतारी ने संगठन का आधा झुका हुआ झंडा फहराया. बोडोफा की समाधि पर आब्सू के पूर्व सचिव एवं पूर्व विधायक परमेश्वर ब्रह्म ने पुष्पांजलि अर्पित की.

कार्यक्रम में आब्सू के सहायक शिक्षा सचिव रोमियो कुमार बसुमतारी, असम सरकार की कैबिनेट मंत्री नंदिता गार्लोसा, बीटीआर के उप मुख्य कार्यकारी पार्षद गोविंद बसुमतारी, असम सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. कल्याण चक्रवर्ती, कोकराझार ज़िले की उपायुक्त माशांडा एम. पार्टिन के साथ ही कोकराझार जिला आब्सू और यूपीपीएल के सदस्यों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

इस मौके पर आब्सू के सहायक शिक्षा सचिव रोमियो कुमार बसुमतारी ने बोडोफा के नाम पर उठाये गये कदम के लिए केन्द्रीय सरकार, असम सरकार एवं बीटीसी परिषद सरकार को दिल से धन्यवाद दिया.

इस मौके पर बसुमतारी ने कहा कि बोडोफा की 35वीं पुण्यतिथि को आब्सू और दोतमा के स्थानीय बोडो समुदाय ने एक साथ मिलकर मनाया है. उन्होंने कहा कि आज का दिन बोडो समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.

वहीं, दूसरी ओर नई दिल्ली के कैलाश कॉलोनी में भी बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्म की 35वीं पुण्यतिथि मनाई गई. इस कार्यक्रम में बीटीसी के मुख्य कार्यकारी पार्षद प्रमोद बोडो की उपस्थिति में आब्सू के अध्यक्ष दीपेन बोडो ने ध्वजारोहण किया.

इसके बाद दिल्ली बोडोलैंड गेस्ट हाउस में बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्म को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस अवसर पर सांसद जयंत बसुमतारी, बीटीसी के कार्यकारी पार्षद सजल सिंह, आब्सू की केंद्रीय समिति के पदाधिकारीगण एवं अन्य विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे.

ज्ञात हो कि निचले असम के कोकराझार जिला के दोतमा के बोरागाड़ी नामक गांव में गत 31 मार्च, 1959 को बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्म का जन्म हुआ और 1 मई, 1990 को उनका निधन हुआ था. उन्होंने बोडो समाज के अधिकारों के लिए लंबी राजनीतिक लड़ाई लड़ी थी. जिसके चलते बोडो समाज आज अपने आपको उनका ऋणि मानता है.

/ किशोर मिश्रा

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