धमतरी, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । ग्राम कुकरेल में शनिवार छह सितंबर को आयोजित साप्ताहिक बैठक का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा यू.एल. कौशिक ने इस निरीक्षण किया। इस दौरान जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आदित्य सिन्हा और जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रिया कंवर भी उपस्थित रहीं। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में डॉ. कौशिक ने प्रसव पूर्व और प्रसव पश्चात जांच 100 प्रतिशत सुनिश्चित करने को कहा। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की पहचान कर कम से कम चार बार जांच कराने और एसएचसी व पीएचसी स्तर पर ब्लड व यूरिन टेस्ट अनिवार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एएनसी एवं एचआरपी मामलों में संस्थागत प्रसव ही सुनिश्चित किया जाए। सीएमएचओ ने पात्र दंपत्तियों को समय पर परिवार नियोजन सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता हेतु सेनिटरी पैड और साबुन वीएचएनडी दिवस में अनिवार्य रूप से वितरित करने को कहा।
गांवों में संक्रामक बीमारियों की सतत निगरानी पर जोर देते हुए डॉ. कौशिक ने बुखार और खांसी से पीड़ित मरीजों की तुरंत पहचान कर दवा उपलब्ध कराने को कहा। बैठक में जानकारी दी गई कि कुकरेल क्षेत्र में वर्तमान में मलेरिया के 2, सिकलसेल के 25 एसएस और हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के 39 मामले चिन्हित हैं।
डॉ. कौशिक ने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन तथा संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग की शीर्ष प्राथमिकताएं हैं। सभी स्वास्थ्यकर्मियों को समयबद्ध और जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि सेवाओं की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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