दमोह,05 नबम्बर (Udaipur Kiran) मध्यप्रदेश के दमोह जिले में देहात थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है. पुलिस ने इस गिरोह के सदस्यों से लगभग छह लाख रुपये मूल्य का चोरी का सामान (मशरूका) बरामद किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है.
दमोह नगर Superintendent of Police एच.आर. पांडे ने बुधवार को पत्रकारों को जानकारी दी कि जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार नकबजनी और चोरी की घटनाएँ सामने आ रही थीं. इन घटनाओं पर रोक लगाने और अज्ञात चोरों को पकड़ने के लिए Superintendent of Police श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने सख्त निर्देश जारी किए थे. उनके मार्गदर्शन में अतिरिक्त Superintendent of Police सुजीत सिंह भदौरिया की देखरेख में एक विशेष टीम गठित की गई. इस टीम में देहात थाना प्रभारी रचना मिश्रा और जबलपुर नाका चौकी प्रभारी प्रसीता कुर्मी को नेतृत्व का जिम्मा सौंपा गया.
मुखबिर की सूचना पर दबिश
सीएसपी पांडे ने बताया कि पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध लोग चोरी के सामान के साथ छिपे हुए हैं. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बताए गए स्थान पर दबिश दी और एक युवक शंकर पिता राजेश यादव को गिरफ्तार किया. पूछताछ में शंकर ने अपने अन्य साथियों के नामों का खुलासा किया, जिसके बाद पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने दमोह के अलावा मंडला, जबलपुर और कटनी जिलों में भी चोरी की वारदातें करने की बात स्वीकार की है.
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में चोरी का सामान जब्त किया है. इसमें शामिल हैं, 06 पुरानी मोटरसाइकिलें, सोने की अंगूठी, चांदी की पायलें (4 नग), हाथ पोस चांदी के 2 नग, चांदी की 2 चेन, चूड़ा (11 नग), चांदी का मुकुट (1 नग), गैस सिलेंडर (1 नग), सोयाबीन की 2 बोरियां, मंदिर की दानपेटी और घंटा . पुलिस के अनुसार, बरामद किए गए सभी सामान की कुल कीमत करीब छह लाख रुपये आँकी गई है.
दमोह पुलिस ने इस मामले में जिन पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें शंकर उर्फ अभिषेक पिता राजेश यादव (20 वर्ष), शाहिद उर्फ भोला कुंचवंदिया (18 वर्ष), अभिषेक पिता कारेलाल कुंचवंदिया (19 वर्ष), एक नाबालिग आरोपी (नाम गोपनीय) सभी निवासी दाल मिल के पीछे, वार्ड क्रमांक 03, दमोह, राज अहिरवार पिता विजय अहिरवार (18 वर्ष), निवासी गदागंज, पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे, दमोह हैं. पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है और पुलिस रिमांड के लिए आवेदन किया है, ताकि अन्य वारदातों का खुलासा किया जा सके.
कई जिलों में चोरी की वारदातों का खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने दमोह देहात, जबलपुर नाका, सागर नाका थानों के क्षेत्र में कई बार चोरी की घटनाएँ की हैं. साथ ही उन्होंने मंडला, कटनी और जबलपुर जिलों में भी चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है. सीएसपी एच.आर. पांडे ने कहा कि इन आरोपियों के खिलाफ पहले से भी कई शिकायतें दर्ज थीं. पुलिस अब उनकी क्राइम हिस्ट्री खंगाल रही है.
उल्लेखनीय है कि इस सफल कार्रवाई में निम्न पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. थाना प्रभारी निरीक्षक रचना मिश्रा, चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक प्रसीता कुर्मी, सहायक उपनिरीक्षक अभय सिंह, उपनिरीक्षक अकरम खान, प्रधान आरक्षक सचिन, जालम, प्रेम बैरागी, नीरज श्रीवास्तव, नंदलाल, आरक्षक सुमन, आलोक, रूपेश, सुरेंद्र, अजय, हेमराज, प्रताप, गौरव, जितेंद्र, दीपक, महिला आरक्षक निकिता, सैनिक महफूज, रेखा, और साइबर सेल टीम दमोह.
सीएसपी एच.आर. पांडे ने इस दौरान यह भी कहा है कि “दमोह पुलिस लगातार चोरी और नकबजनी की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए सक्रिय है. यह कार्रवाई हमारी टीम की मेहनत और सतर्कता का परिणाम है. आगे भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.”
—————
(Udaipur Kiran) / हंसा वैष्णव
You may also like

प्रकाश पर्व पर आरएसएस ने निकाला कौमुदी संचलन

दोहरे हत्याकांड के आरोपित को न्यायालय से खींचकर लाने के मामले में थाना प्रभारी लाइन हाजिर, छह पुलिसकर्मी निलंबित

उदयपुर में रेव पार्टी और वेश्यावृत्ति का भंडाफोड़, 28 लोग गिरफ्तार

थम्मा की बॉक्स ऑफिस सफलता: 118 करोड़ के करीब पहुंचने की उम्मीद

Ek Deewane Ki Deewaniyat की बॉक्स ऑफिस सफलता: तीसरे बुधवार पर 140 करोड़ का अनुमानित कलेक्शन





