PC: Amar ujala
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का एक विचलित करने वाला वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति कथित तौर पर एक शादी में रोटियाँ बनाते समय उन पर थूकता हुआ दिखाई दे रहा है।
पुलिस ने उस व्यक्ति की पहचान दानिश के रूप में की है और वीडियो वायरल होने के बाद 2 नवंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि उसके खिलाफ पहासू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और बाद में उसे जेल भेज दिया गया।
यह घटना राज्य में दर्ज किए गए ऐसे ही मामलों की बढ़ती सूची में शामिल हो गई है, जिसके कारण अधिकारियों ने खाद्य संदूषण के खिलाफ कानूनों को कड़ा कर दिया है और 10 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तेजवीर सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि मामले की जाँच जारी है। यह घटना उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद और मेरठ में हुई गिरफ्तारियों सहित इसी तरह के अन्य मामलों के बाद हुई है, जिसके बाद राज्य सरकार ने सख्त कानून लागू किए हैं।
कह दो कि ये झूठ है... कह दो कि ये मानसिक रूप से बीमार है, कह दो कि ये अशिक्षित है, इसलिए ऐसी हड़कत कर रहा है. आखिर उलेमा बाहर आकर ऐसे लोगों के खिलाफ फतवा क्यों नहीं देते. वीडियो बुलंदशहर का बताया जा रहा है.
— Guddu Khetan (@guddu_khetan) November 4, 2025
दलित समाज की बेटी की शादी समारोह में रोटी पर थूकते हुए दानिश का वीडियो… pic.twitter.com/vjdIhuO9NU
घटना की पृष्ठभूमि और संदर्भ
कथित तौर पर यह विचलित करने वाली घटना पहासू पुलिस के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत अटेरना गाँव में एक शादी समारोह के दौरान रिकॉर्ड की गई थी। यह फुटेज, जो एक्स और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ, की उपयोगकर्ताओं और सामुदायिक नेताओं ने तीखी आलोचना की और कई लोगों ने खाद्य सुरक्षा कानूनों को सख्ती से लागू करने की माँग की।
त्वरित पुलिस कार्रवाई और आधिकारिक बयान
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। बुलंदशहर के पठान टोला इलाके के निवासी, आरोपी दानिश का पता लगाकर उसे कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया। वीडियो साक्ष्य ने उसकी संलिप्तता की पुष्टि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) तेजवीर सिंह ने कहा कि इस तरह की हरकतें, खासकर सांप्रदायिक और उत्सवी समारोहों के दौरान, बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। सिंह ने कहा, "इस तरह का व्यवहार असहनीय है और सामाजिक सद्भाव के लिए बेहद अपमानजनक है।" उन्होंने आश्वासन दिया कि संबंधित कानूनों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों ने दोहराया कि इन मामलों को गंभीर सार्वजनिक अपराध माना जा रहा है, न कि मामूली दुष्कर्म, क्योंकि इनसे सामाजिक विश्वास को ठेस पहुँच सकती है और जन स्वास्थ्य को नुकसान पहुँच सकता है।
You may also like

राफेल vs टाइफून? पाकिस्तान के दोस्त ने किया 95,000 करोड़ का जेट समझौता, एक विमान की कीमत उड़ा देगी होश

Current Affairs: मिनटमैन-III मिसाइल परीक्षण से UN जल संधि तक…देखें इस सप्ताह के करेंट अफेयर्स

जहर बन गईं राजस्थान की जीवनरेखाएं! सुप्रीम कोर्ट सख्त, 'निर्णायक रुख' अपनाए भजनलाल सरकार

उपचुनाव 2025: तरनतारन और बडगाम में सत्ताधारी पार्टी का इम्तिहान, उमर अब्दुल्ला और भगवंत मान की साख दांव पर

गुरमीत चड्ढा बोले- सिर्फ शॉर्ट-टर्म नतीजों पर फोकस करेंगे तो हाथ से निकल जाएंगे मल्टीबैगर रिटर्न




