इंटरनेट डेस्क। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुए धमाकों नई नई चीजें सामने आ रही है। इस विस्फोट में जितने भी लोग जुड़े हैं वो सब डॉक्टर हैं और उनका मकसद देश में सिरीयल बम धमाके करना था। हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन के भाई को एटीएस ने हिरासत में लिया हैं जिसका नाम डॉक्टर परवेज अंसारी है। डॉ. परवेज अंसारी ने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से 1 हफ्ते पहले ही रिजाइन किया था, परवेज संदिग्ध आतंकी डॉ. शाहीन का छोटा भाई है।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो जम्मू कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस ने डॉक्टर परवेज के ठिकानों पर छापेमारी की थी, लखनऊ के मंडियाव में डॉक्टर परवेज अंसारी के घर से सैमसंग का एक लैपटॉप, एक मोबाइल और काले बैग में रखे कुछ दस्तावेज मिले थे। वहीं धमाके को लेकर अहम खुलासे हुए हैं। इस मामले में गिरफ्तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूल किया है कि वह अपने साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में हमलों की साजिश रच रही थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शाहीन ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पिछले दो सालों से विस्फोटक जमा कर रही थी। धमाके वाले दिन, आई20 कार लाल किला पहुंचने से पहले दिल्ली के कई इलाकों से गुजरी थी। खबरों की माने तो कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। वहीं कार चला रहा उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का डीएनए सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके। जानकारी के अनुसार फरीदाबाद में जैश-ए-मोहम्मद के डॉक्टर टेरर मॉड्यूल में अब तक 8 आतंकी मिल चुके हैं। इनमें डॉ. शाहीन शाहिद समेत 6 डॉक्टर हैं। डॉ. शाहीन जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के सीधे संपर्क में थी।
pc- jagran
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