News India Live, Digital Desk: Bihar Government : बिहार की राजनीति हमेशा से दिलचस्प रही है, और आजकल फिर गर्माहट बढ़ गई है. दरअसल, विधानसभा चुनावों से पहले, सभी पार्टियों के बीच सीट बँटवारे को लेकर अंदरखाने बातचीत ज़ोरों पर चल रही है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी ने भी इसी बात पर रोशनी डालते हुए कहा है कि 'सीटों के बँटवारे को लेकर अभी चर्चाएँ चल रही हैं.' उनका कहना है कि सभी का लक्ष्य एक अच्छी और स्थिर सरकार बनाना है, लेकिन साथ ही वे इस बात पर भी ध्यान दे रहे हैं कि गठबंधन के किसी भी साथी को कोई नुकसान न हो.सीट बँटवारा, किसी भी गठबंधन के लिए सबसे मुश्किल काम होता है. हर पार्टी ज़्यादा से ज़्यादा सीटें चाहती है, लेकिन सभी को संतुष्ट करना एक टेढ़ी खीर साबित होता है. कांग्रेस प्रभारी का बयान दिखाता है कि वे बड़े ही सधे अंदाज़ में यह काम करना चाहते हैं ताकि भविष्य में गठबंधन के अंदर किसी तरह की कोई खटास पैदा न हो. उनका कहना है कि बातचीत चल रही है, जिसका मतलब है कि सभी पार्टियों के नेता एक साथ बैठकर माथापच्ची कर रहे हैं कि किसे कितनी सीटें मिलें और कौन सी सीटें कौन लड़े.इस पूरे माजरे का मकसद यह है कि बिहार में एक ऐसी सरकार बने, जो जनहित में काम कर सके. नेताओं का ज़ोर इस बात पर है कि वे ऐसी रणनीति बनाएं जिससे न सिर्फ जीत हासिल हो, बल्कि जीतने के बाद एक मज़बूत और जन-केंद्रित सरकार भी दी जा सके. लेकिन यह भी साफ है कि सीटों को लेकर थोड़ा खींचतान तो चलेगी ही. आखिर बिहार का चुनाव जीतने के लिए हर एक सीट महत्वपूर्ण होती है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये 'चर्चाएँ' क्या रूप लेती हैं और सीटों के अंतिम बँटवारे में कौन-सी पार्टी बाजी मारती है और कौन compromise करता है
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