News India live, Digital Desk: हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को देवर्षि नारद जयंती मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी तिथि को ब्रह्मा जी के पुत्र और भगवान नारायण के अनन्य भक्त नारद मुनि का जन्म हुआ था। देवर्षि नारद देवताओं और असुरों के बीच संवादवाहक के रूप में प्रसिद्ध हैं। वे पुराण, वेद, इतिहास, व्याकरण, संगीत, खगोल, भूगोल और ज्योतिष के महाविद्वान भी हैं।
साल 2025 में नारद जयंती 13 मई, मंगलवार को मनाई जाएगी। प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 12 मई की रात 10:25 बजे से होगा और इसका समापन 14 मई की रात 12:35 बजे होगा।
शुभ मुहूर्त 2025:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:04 बजे से 04:46 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:46 बजे से दोपहर 12:40 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:29 बजे से 03:23 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:58 बजे से 07:19 बजे तक
- अमृत काल: रात 12:14 बजे से 14 मई को सुबह 02:01 बजे तक
- निशिता मुहूर्त: 14 मई की रात 11:52 बजे से 12:34 बजे तक
नारद जयंती के दिन क्या करें: नारद जयंती पर दान का विशेष महत्व है। इस दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाना और जरूरतमंद लोगों को आवश्यक वस्तुओं का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
कौन हैं नारद मुनि: नारद मुनि के हाथ में कोई अस्त्र नहीं होता, बल्कि वे वीणा और वाद्य यंत्र धारण करते हैं। वे देवताओं और असुरों के बीच संवादवाहक माने जाते हैं और सभी लोकों में भ्रमण करते हैं। कहा जाता है कि नारद मुनि बादलों की सवारी करते हुए ब्रह्मांड में भ्रमण करते हैं।
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