बीजिंग: चीन सुपरसोनिक स्पीड से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमानों के लिए इजेक्टेबल कॉकपिट सिस्टम विकसित कर रहा है। ऐसे कॉकपिट हाई स्पीड पर दुर्घटना के समय पायलट को सुरक्षित रूप से विमान से अलग कर देंगे और उसे सुरक्षित रूप से जमीन पर उतारने में मदद भी करेंगे। चीन के इस इजेक्टेबल कॉकपिट सिस्टम के विकास से जुड़े शोध पत्र और टेस्ट फ्लाइट के कई तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं। हालांकि, चीन के इस डेवलपमेंट को ब्रिटेन के लिए खतरा माना जा रहा है।
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के इस तकनीक के विकास का उद्देश्य हाई स्पीड की उड़ान के दौरान पायलटों की सुरक्षा में सुधार करना है। माना जा रहा है कि चीन इसका इस्तेमाल हाइपरसोनिक और सुपरसोनिक स्पीड से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमानों में कर सकता है। तेज गति से उड़ान भरने वाले इन विमानों का इस्तेमाल नागरिक क्षेत्रों में भी किया जा सकता है। इस तकनीक में एक मॉड्यूलर एस्केप सिस्टम को विकसित करना लक्ष्य है, जिसे उड़ान के दौरान पायलट को विमान से अलग करने के लिए डिजाइन किया गया है।
ब्रिटेन के मार्टिन बेकर को झटका
दिलचस्प बात यह है कि केवल अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और चीन की कंपनियां ही इजेक्शन सीटें बनाती हैं। मार्टिन-बेकर (यूनाइटेड किंगडम) को व्यापक रूप से उद्योग में अग्रणी माना जाता है। इस कंपनी ने दुनिया भर की 93 वायु सेनाओं के लिए 70,000 से अधिक इजेक्शन सीटें बनाई हैं और जान बचाने का इसका लंबा इतिहास रहा है। नवंबर 2025 की शुरुआत तक, मार्टिन-बेकर इजेक्शन सीटों ने 7,802 लोगों की जान बचाई थी। मार्टिन-बेकर ने 30 मई 1949 से अपने इजेक्शन सीट का डेटा इकट्ठा करना शुरू किया था।
मार्टिन बेकर कैसे करता है इजेक्शन अपडेट
मार्टिन बेकर कंपनी इस संख्या को पायलटों द्वारा अपनी सीटों से सफलतापूर्वक इजेक्ट होने पर अपडेट करती है और असफल इजेक्शन या संघर्ष में खोए हुए विमानों के विवरण को सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट नहीं करती है। ऑपरेटरों की तैनाती की संवेदनशील प्रकृति के कारण, मार्टिन-बेकर को इजेक्शन के बारे में ऑटोमेटिक जानकारी नहीं मिलती है। वे ऑपरेटरों से आधिकारिक कम्युनिकेशन या उपलब्ध होने पर पुष्ट दुर्घटना रिपोर्टों पर निर्भर करते हैं।
चीनी इजेक्टेबल कॉकपिट
चीन लंबे समय से हाई स्पीड सुपरसोनिक फ्लाइट के लिए इजेक्टेबल कॉकपिट पर काम कर रहा है। एक चीन शोध पत्र में गाओबेडियन रडार रेंज में एक रहस्यमय परीक्षण वस्तु की ओर सबका ध्यान खींचा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह शोध एक "उच्च सुपरसोनिक विमान" से चालक दल के बाहर निकलने की सुविधा प्रदान करने के लिए है, जहां पूरा कॉकपिट मॉड्यूल बाहर निकल जाएगा।
अक्तूबर 2023 में चीनी योजना का हुआ था खुलासा
कथित तौर पर यह परीक्षण एक अज्ञात फ्लाइंग डार्ट-प्रकार के विमान पर किया जा रहा है, जो अक्टूबर 2023 में पहली बार हेबेई प्रांत के गाओबेदान स्थित चीन के आरसीएस (रडार क्रॉस सेक्शन) परीक्षण स्थल पर देखा गया था। अगस्त 2024 में उसी परीक्षण स्थल पर एक और क्रैंक्ड-काइट विंग-टाइप का विमान भी देखा गया था। 2020 के शोध पत्र के अंश सबसे पहले चीनी सैन्य विमानन शोधकर्ता एंड्रियास रूप्प्रेच ने शेयर किया था। इस शोध पत्र में पूरे मॉड्यूल के मॉडल, ग्रफ़, गति और विभिन्न कोण शामिल थे, जिसमें एक पूरा चालक दल विमान के ऊपर से बाहर निकल रहा था, जो जटिल भौतिकी समीकरणों और प्रक्षेप पथ और गुरुत्वाकर्षण केंद्र जैसे पहचान मापदंडों का जिक्र था।
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के इस तकनीक के विकास का उद्देश्य हाई स्पीड की उड़ान के दौरान पायलटों की सुरक्षा में सुधार करना है। माना जा रहा है कि चीन इसका इस्तेमाल हाइपरसोनिक और सुपरसोनिक स्पीड से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमानों में कर सकता है। तेज गति से उड़ान भरने वाले इन विमानों का इस्तेमाल नागरिक क्षेत्रों में भी किया जा सकता है। इस तकनीक में एक मॉड्यूलर एस्केप सिस्टम को विकसित करना लक्ष्य है, जिसे उड़ान के दौरान पायलट को विमान से अलग करने के लिए डिजाइन किया गया है।
ब्रिटेन के मार्टिन बेकर को झटका
दिलचस्प बात यह है कि केवल अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और चीन की कंपनियां ही इजेक्शन सीटें बनाती हैं। मार्टिन-बेकर (यूनाइटेड किंगडम) को व्यापक रूप से उद्योग में अग्रणी माना जाता है। इस कंपनी ने दुनिया भर की 93 वायु सेनाओं के लिए 70,000 से अधिक इजेक्शन सीटें बनाई हैं और जान बचाने का इसका लंबा इतिहास रहा है। नवंबर 2025 की शुरुआत तक, मार्टिन-बेकर इजेक्शन सीटों ने 7,802 लोगों की जान बचाई थी। मार्टिन-बेकर ने 30 मई 1949 से अपने इजेक्शन सीट का डेटा इकट्ठा करना शुरू किया था।
मार्टिन बेकर कैसे करता है इजेक्शन अपडेट
मार्टिन बेकर कंपनी इस संख्या को पायलटों द्वारा अपनी सीटों से सफलतापूर्वक इजेक्ट होने पर अपडेट करती है और असफल इजेक्शन या संघर्ष में खोए हुए विमानों के विवरण को सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट नहीं करती है। ऑपरेटरों की तैनाती की संवेदनशील प्रकृति के कारण, मार्टिन-बेकर को इजेक्शन के बारे में ऑटोमेटिक जानकारी नहीं मिलती है। वे ऑपरेटरों से आधिकारिक कम्युनिकेशन या उपलब्ध होने पर पुष्ट दुर्घटना रिपोर्टों पर निर्भर करते हैं।
चीनी इजेक्टेबल कॉकपिट
चीन लंबे समय से हाई स्पीड सुपरसोनिक फ्लाइट के लिए इजेक्टेबल कॉकपिट पर काम कर रहा है। एक चीन शोध पत्र में गाओबेडियन रडार रेंज में एक रहस्यमय परीक्षण वस्तु की ओर सबका ध्यान खींचा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह शोध एक "उच्च सुपरसोनिक विमान" से चालक दल के बाहर निकलने की सुविधा प्रदान करने के लिए है, जहां पूरा कॉकपिट मॉड्यूल बाहर निकल जाएगा।
अक्तूबर 2023 में चीनी योजना का हुआ था खुलासा
कथित तौर पर यह परीक्षण एक अज्ञात फ्लाइंग डार्ट-प्रकार के विमान पर किया जा रहा है, जो अक्टूबर 2023 में पहली बार हेबेई प्रांत के गाओबेदान स्थित चीन के आरसीएस (रडार क्रॉस सेक्शन) परीक्षण स्थल पर देखा गया था। अगस्त 2024 में उसी परीक्षण स्थल पर एक और क्रैंक्ड-काइट विंग-टाइप का विमान भी देखा गया था। 2020 के शोध पत्र के अंश सबसे पहले चीनी सैन्य विमानन शोधकर्ता एंड्रियास रूप्प्रेच ने शेयर किया था। इस शोध पत्र में पूरे मॉड्यूल के मॉडल, ग्रफ़, गति और विभिन्न कोण शामिल थे, जिसमें एक पूरा चालक दल विमान के ऊपर से बाहर निकल रहा था, जो जटिल भौतिकी समीकरणों और प्रक्षेप पथ और गुरुत्वाकर्षण केंद्र जैसे पहचान मापदंडों का जिक्र था।
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