एक शख्स की जान उसी बाघ ने ले ली, जिसने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया था। अब इस मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। अमेरिका के ओकाहोमा में ग्रोलर पाइन्स टाइगर प्रिजर्व में बाघों को ट्रेनिंग करने वाले 37 साल के रेयान इज्ली की मौत हो गई है। जिन बाघों के साथ वो खेलता था, उन्हीं में से एक ने उसकी जान ले ली।
हालांकि वाइल्डलाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि इस दुखद घटना के बाद बाघ को विलेन नहीं बनाना चाहिए। वाइल्डलाइ बायोलॉजिस्ट और टीवी होस्ट फोरेस्ट गालांटे के मुताबिक जो भी हुआ, वो 'गलती' से हुआ। बाघ कभी भी अपने मालिक रेयान को मारना नहीं चाहता था।
बाघों के साथ रहने का खतरागालांटे की मानें तो हम अपने घरों में भी कई बार बिल्लियों को गुस्सा दिला देते हैं तो वो नाखून मार देती हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बाघ भी बिल्ली प्रजाति के ही हैं। बस फर्क यही है कि बिल्ली का गुर्राना जानलेवा नहीं होता है जबकि बाघ की इस तरह की हरकत जानलेवा साबित हो सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक जंगली जानवरों के साथ रहने वाले लोग इस तरह के खतरे को अच्छी तरह से जानते हैं। उन्हें पता होता है कि जंगली जानवर कभी भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
लव बाइट ने ली जान!इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले रेयान के पिता भी इसके लिए बाघ को दोषी नहीं ठहराना चाहते। उनका भी यही मानना है कि बाघ कभी भी रेयान को मारना नहीं चाहता था, यह एक दुर्घटना थी। उन्होंने बाघ के हमले को 'लव-बाइट' बताया। ग्रोलर पाइन्स टाइगर प्रिजर्व का भी ऐसा ही मानना है। उनके द्वारा जारी बयान के अनुसार रेयान को इस काम के खतरों के बारे में पता था, लेकिन वो जानवरों के प्रति प्यार के लिए यह कर रहे थे।
पत्नी और बेटी के सामने मार दियाबीते शनिवार को रेयान बाकी दिनों की तरह प्रिजर्व में आए पर्यटकों के सामने अपने हाथों से पाले बाघों के साथ शो कर रहे थे। जिस बाघ ने रेयान की जान ली, उसे बचपन से वही पाल रहे थे। जब यह घटना हुई, तब रेयान की पत्नी और बेटी भी बाहर मौजूद थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, अचानक बाघ ने रेयान के शरीर में दांत गड़ा दिए और उसे अपने बेड़े में इधर-उधर घुमाना शुरू कर दिया। जब तक बचाव दल रेयान को बचा पाता, तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
हालांकि वाइल्डलाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि इस दुखद घटना के बाद बाघ को विलेन नहीं बनाना चाहिए। वाइल्डलाइ बायोलॉजिस्ट और टीवी होस्ट फोरेस्ट गालांटे के मुताबिक जो भी हुआ, वो 'गलती' से हुआ। बाघ कभी भी अपने मालिक रेयान को मारना नहीं चाहता था।
बाघों के साथ रहने का खतरागालांटे की मानें तो हम अपने घरों में भी कई बार बिल्लियों को गुस्सा दिला देते हैं तो वो नाखून मार देती हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बाघ भी बिल्ली प्रजाति के ही हैं। बस फर्क यही है कि बिल्ली का गुर्राना जानलेवा नहीं होता है जबकि बाघ की इस तरह की हरकत जानलेवा साबित हो सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक जंगली जानवरों के साथ रहने वाले लोग इस तरह के खतरे को अच्छी तरह से जानते हैं। उन्हें पता होता है कि जंगली जानवर कभी भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
लव बाइट ने ली जान!इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले रेयान के पिता भी इसके लिए बाघ को दोषी नहीं ठहराना चाहते। उनका भी यही मानना है कि बाघ कभी भी रेयान को मारना नहीं चाहता था, यह एक दुर्घटना थी। उन्होंने बाघ के हमले को 'लव-बाइट' बताया। ग्रोलर पाइन्स टाइगर प्रिजर्व का भी ऐसा ही मानना है। उनके द्वारा जारी बयान के अनुसार रेयान को इस काम के खतरों के बारे में पता था, लेकिन वो जानवरों के प्रति प्यार के लिए यह कर रहे थे।
पत्नी और बेटी के सामने मार दियाबीते शनिवार को रेयान बाकी दिनों की तरह प्रिजर्व में आए पर्यटकों के सामने अपने हाथों से पाले बाघों के साथ शो कर रहे थे। जिस बाघ ने रेयान की जान ली, उसे बचपन से वही पाल रहे थे। जब यह घटना हुई, तब रेयान की पत्नी और बेटी भी बाहर मौजूद थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, अचानक बाघ ने रेयान के शरीर में दांत गड़ा दिए और उसे अपने बेड़े में इधर-उधर घुमाना शुरू कर दिया। जब तक बचाव दल रेयान को बचा पाता, तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
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