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पहले MLC अब अजहरुद्दीन बने मंत्री...CM रेवंत रेड्डी का बड़ा सियासी दांव, क्या जुबली हिल्स में कांग्रेस की जीत पक्की

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हैदराबाद: तेलंगाना में शुक्रवार को बड़ी सियासी हलचल में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल ने उन्हें एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के मंत्रिमंडल में अभी तक कोई भी मुस्लिम मंत्री नहीं था। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीआरएस लगातार इसके लिए कांग्रेस को निशाने पर ले रही थी। सीएम रेवंत रेड्डी जुबली हिल्स विधानसभा के उपचुनाव के बीच में अजहरुद्दीन को मंत्री बनाकर एक कई निशाने साध दिए हैं। उन्होंने जहां बीआरएस को बैकफुट पर धकेल दिया है तो वहीं जुबली हिल्स में सीट पर मुस्लिमों की नाराजगी दूर करने का दांव चल दिया है। 2023 के चुनावों में जुबली हिल्स से खुद अजहरुद्दीन लड़े थे, राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद अजहरुद्दीन खुद चुनाव हार गए थे। सुबह मंत्री पद की शपथ लेने के बाद शाम को अजहर सीएम रेवंत रेड्‌डी के साथ चुनाव प्रचार में कूद गए।



क्या हिट होगा रेवंत रेड्डी का दांव?
जुबली हिल्स सीट पर बीआरएस जीत की हैट्रिक लगा चुकी है। कांग्रेस को एक बार इस सीट पर जीत मिली है। ऐसे में चर्चा हो रही है कि क्या रेवंत रेड्डी को यह दांव हिट होगा। या फिर बीआरएस अपना गढ़ बचा ले जाएगी। हैदराबाद का जुबली हिल्स में काफी पॉश इलाका भी आता है। यह सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है। अगर कांग्रेस यह सीट जीतती है तो निश्चित तौर पर उसे स्थानीय निकाय चुनावों से पहले न सिर्फ मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा बल्कि 22 महीने पुरानी रेवंत रेड्डी सरकार के कामकाज पर सही मुहर लगेगी। अगर नतीजा उलटा होता है तो विपक्ष को हमलावर होने का मौका मिलेगा। रेवंत रेड्डी के इस दांव को सिर्फ जुबली हिल्स नहीं बल्कि बिहार तक संदेश देने की कोशिश से जोड़कर भी देखा जा रहा है। अब देखना है कि क्रिकेट की पिच पर कलाईयों का इस्तेमाल करके बाउंड्री लगाने वाले अजहरुद्दीन की ताजपोशी कांग्रेस को जीत दिलाती है या फिर नहीं।





जुबली हिल्स में कहां खड़ी है कांग्रेस?
जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस और बीआरएस के अलावा बीजेपी भी मैदान में है। कांग्रेस ने नवीन यादव को उतारा है तो बीआरएस ने सिंपैथी कार्ड खेलते पार्टी के दिवंगत विधायक मांगती गोपीनाथ की पत्नी को टिकट दिया है, तो वहीं दूसरी बीजेपी ने 2023 के चुनावों के अपने उम्मीदवार को बरकरार रखा था। 2023 के चुनाव में कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी तब कांग्रेस उम्मीदवार रहे अजहरुद्दीन को 64,212 वोट मिले थे। उन्हें बीआरएस के उम्मीदवार के हाथों 16, 337 वोटों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। पार्टी ने जुबली हिल्स से टिकट मांग रहे अजहरुद्दीन को पहले एमएलसी बनाया और मंत्री बनाकर कद बढ़ाया है।
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