पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में वैशाली का लालगंज विधानसभा में इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। क्योंकि यहां से 29 वर्षीय शिवांगी शुक्ला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की उम्मीदवार हैं। वह न केवल अपनी युवावस्था और सादगी के कारण ध्यान खींच रही हैं, बल्कि राजनीति में उनके अचानक आने ने सबको चौंका दिया है। शिवांगी और कोई नहीं बल्कि 3 बार एमएलए रह चुके और फिलहाल जेल में बंद बाहुबली नेता विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की बेटी हैं। उनकी मां अन्नू शुक्ला भी विधायक रह चुकी हैं। ब्रिटेन से मास्टर डिग्री ले चुकीं शिवांगी ने बेंगलुरु की एलायंस यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। वे बिहार की राजनीति में आधुनिक शिक्षा और पारिवारिक विरासत का अनोखा संगम पेश कर रही हैं।
शिवांगी बताती हैं कि उन्हें राजनीति में आने का फैसला अचानक लेना पड़ा। उनके मुताबिक वह दिल्ली में नौकरी कर रही थीं, जब 17 अक्टूबर की सुबह पटना से फोन आया कि शाम तक नामांकन भरना है। कुछ ही घंटों में वह लालगंज पहुंची और नामांकन किया। खुद को 'संयोग से बनी प्रत्याशी' कहने वाली शिवांगी मानती हैं कि यह उनके पिता का सपना था, जिसे अब वे पूरा करना चाहती हैं।
परिवार की तीसरी पीढ़ी राजनीति में
मुन्ना शुक्ला बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड में सजा काट रहे हैं। वह लालगंज की राजनीति में एक बड़ा नाम रहे हैं। 2000 से 2005 के बीच उन्होंने 3 बार चुनाव जीता। वह दो बार लोजपा और एक बार जदयू के टिकट पर विधायक बने। बाद में उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला ने 2010 में जदयू के टिकट पर जीत हासिल की। अब इस परिवार की तीसरी पीढ़ी राजनीति में कदम रख रही है।
जींस-कुर्ते में निकलीं चुनाव प्रचार में
शिवांगी का प्रचार अभियान परंपरागत बिहार की राजनीति से थोड़ा अलग है। जींस,कुर्ता-पैंट और कंधे पर दुपट्टा और पैरों में सैंडल पहनकर वे गांव-गांव घूमती हैं। लोगों से हाथ मिलाती हैं, बच्चों से बातें करती हैं और घरों में जाकर आशीर्वाद मांगती हैं। वे कहती हैं-लोग अब स्मार्ट क्लास, लैपटॉप और बच्चों के लिए बेहतर सुविधाएं चाहते हैं। हमें राजनीति को बदलाव का जरिया बनाना होगा। उनकी सादगी और आत्मविश्वास लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। गांवों में वे मोटरसाइकिल पर खुद जाती हैं, महिलाओं से संवाद करती हैं और युवाओं के साथ सेल्फी लेती हैं। सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे कह रही हैं -बेटी के जितावे के है, 2 नंबर में ध्यान देबा, 2 नंबर है लार्टेन छाप, आशीर्वाद देबा।
लालगंज सीट पर शुक्ला परिवार हावीलालगंज सीट पर शुक्ला परिवार का प्रभाव गहरा है। यहां की 42 पंचायतों में शुक्ला परिवार की मजबूत पकड़ है। शिवांगी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी जदयू के अमर कुमार सिंह हैं, जबकि बीजेपी की ओर से संजय कुमार सिंह मैदान में हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि शिवांगी की ऊर्जा और शालीन छवि उन्हें अलग पहचान दे रही है। रिटायर शिक्षक गोपी रामन दुबे कहते हैं-शिवांगी में जोश है और अपने पिता की छवि से आगे बढ़ने की क्षमता भी।
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