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थायराइड से बचाव के आसान और असरदार डाइट टिप्स

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थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को प्रभावित कर सकती है। यह बीमारी तब होती है जब थायराइड ग्रंथि में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। इसे अक्सर हल्के लक्षणों के कारण नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, समय रहते जांच और सही डाइट के जरिए थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है।

थायराइड क्या है?

थायराइड ग्रंथि गले के निचले हिस्से में स्थित एक छोटी ग्रंथि है, जो थायरॉक्सिन नामक हार्मोन बनाती है। ये हार्मोन शरीर के मेटाबोलिज्म, हार्ट रेट, पाचन और ऊर्जा उत्पादन को नियंत्रित करते हैं। जब इस ग्रंथि का काम प्रभावित होता है, तो शरीर की तमाम प्रक्रियाएं असंतुलित हो जाती हैं।

थायराइड के प्रकार और खतरे

थायराइड की दो मुख्य समस्या होती हैं – हाइपोथायरायडिज्म (थायराइड हार्मोन की कमी) और हाइपरथायरायडिज्म (हार्मोन की अधिकता)।

हाइपोथायरायडिज्म: यह तब होता है जब थायराइड हार्मोन कम बनता है, जिससे वजन बढ़ना, थकान, ठंड लगना, त्वचा का सूखापन, बाल झड़ना जैसी समस्याएं होती हैं। untreated रहने पर दिल की बीमारी, बांझपन और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो सकती हैं।

हाइपरथायरायडिज्म: इसमें हार्मोन की ज्यादा मात्रा होती है, जिससे शरीर में तेजी से मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है, जिससे वजन कम होना, बेचैनी, पसीना आना और हृदय गति तेज होना जैसी समस्याएं होती हैं।

डाइटिशियन के सुझाव: थायराइड से बचाव कैसे करें?

डाइट का थायराइड नियंत्रण में अहम रोल होता है। सही खानपान से थायराइड के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

आयोडीन युक्त आहार – आयोडीन थायराइड हार्मोन के निर्माण के लिए जरूरी है। समुद्री मछली, आयोडीन युक्त नमक, दालें, और डेयरी उत्पादों का सेवन बढ़ाएं।

सेलेनियम और जिंक लें – सेलेनियम और जिंक भी थायराइड के लिए फायदेमंद हैं। अखरोट, कद्दू के बीज, और मुर्गी के मांस में ये तत्व पाए जाते हैं।

प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें – ये भोजन हार्मोन असंतुलन को बढ़ावा देते हैं।

गोइट्रोजनिक खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें – जैसे ब्रोकली, फूलगोभी, और सोया उत्पाद। ये थायराइड के काम में बाधा डाल सकते हैं, खासकर कच्चे रूप में।

तनाव कम करें और नियमित व्यायाम करें – तनाव हार्मोन असंतुलन को बढ़ाता है, इसलिए योग और मेडिटेशन लाभकारी हैं।

थायराइड का सही समय पर इलाज जरूरी

डॉक्टर की सलाह लेकर नियमित जांच कराएं और दवाओं का सेवन सही तरीके से करें। थायराइड को कंट्रोल करने के लिए डाइट के साथ-साथ जीवनशैली में बदलाव भी आवश्यक है।

विशेषज्ञ की राय

डाइटिशियन कहती हैं,

“थायराइड एक ऐसी समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सही डाइट, नियमित एक्सरसाइज और डॉक्टर की सलाह से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। आयोडीन युक्त आहार जरूर शामिल करें, लेकिन किसी भी सप्लीमेंट का सेवन बिना सलाह के न करें।”

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