तकनीक ने हमारी ज़िंदगी को जितना आसान बनाया है, उतनी ही कुछ आदतें हमें अनजाने में नुकसान भी पहुँचा रही हैं। ऐसी ही एक आम आदत है — रातभर Wi-Fi ऑन रखना। विशेषज्ञों और वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, रात के समय Wi-Fi राउटर को बंद कर देना एक अच्छी आदत मानी जा रही है, जिसके कई स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी लाभ हैं। दुर्भाग्यवश, 99% लोग इसके फायदों से अब भी अनजान हैं।
स्वास्थ्य पर प्रभाव: नींद और मानसिक शांति
रातभर Wi-Fi ऑन रहने से हमारे शरीर पर रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) रेडिएशन का हल्का सा असर बना रहता है। हालांकि यह विकिरण काफी कम मात्रा में होता है, लेकिन लगातार संपर्क में रहने से यह हमारी नींद की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।
नींद में बार-बार बाधा, सिरदर्द, थकावट और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षणों की एक बड़ी वजह यह हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि Wi-Fi सिग्नल से उत्पन्न तरंगें मेलाटोनिन हार्मोन के स्राव को प्रभावित कर सकती हैं, जो नींद को नियंत्रित करता है।
बिजली की बचत और पर्यावरण पर असर
रातभर Wi-Fi चालू रखने से अनावश्यक बिजली की खपत होती है। अगर एक परिवार रोज़ाना 6–8 घंटे के लिए Wi-Fi बंद करे, तो महीनेभर में उल्लेखनीय बिजली बचाई जा सकती है। यह न केवल आपके बिजली बिल को कम करता है, बल्कि ऊर्जा संरक्षण में भी एक सकारात्मक कदम है।
साइबर सुरक्षा का मुद्दा भी अहम
Wi-Fi नेटवर्क को लगातार ऑन रखना साइबर अटैक्स के लिए एक खुला रास्ता भी बन सकता है। रात को राउटर बंद करने से अनाधिकृत एक्सेस या हैकिंग के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है, खासकर तब जब आपके नेटवर्क में संवेदनशील डेटा जुड़ा हो।
बच्चों के लिए विशेष सावधानी
रात में अगर घर में बच्चे हैं और Wi-Fi चालू है, तो वे देर रात तक स्क्रीन का उपयोग कर सकते हैं। यह उनकी नींद, मानसिक स्वास्थ्य और पढ़ाई पर बुरा प्रभाव डालता है। Wi-Fi बंद कर देने से बच्चों को डिजिटल डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
कैसे बनाएं यह आदत
रात को सोने से पहले राउटर बंद कर दें या टाइमर सेट कर लें।
बाजार में ऐसे स्मार्ट प्लग भी उपलब्ध हैं जो निर्धारित समय पर Wi-Fi बंद कर सकते हैं।
बच्चों के लिए अलग प्रोफाइल बनाएं जो रात को स्वतः इंटरनेट से डिस्कनेक्ट हो जाए।
यह भी पढ़ें:
आंखों में यह संकेत छीन सकता है देखने की शक्ति, डॉक्टर ने बताई वजह
You may also like
मॉरीशस के प्रधानमंत्री का तीन दिवसीय वाराणसी दौरा, तैयारियां तेज
मणिपुर: सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में 11 उग्रवादी गिरफ्तार, हथियार और नशीले पदार्थ बरामद
रामवृक्ष बेनीपुरी: कलम से क्रांति की जलाई मशाल, साहित्य से समाज की बदली तस्वीर
बीजद ने उपराष्ट्रपति चुनाव में दूरी बनाकर ओडिशा के हित को दी प्राथमिकता : संजय दास बर्मा
सोशल मीडिया बैन जारी: नेपाल सरकार ने गठित की जांच समिति, 15 दिनों में मांगी रिपोर्ट