By Jitendra Jangid- दोस्तो हाल ही के सालों में हम देख रहे हैं कि लड़के- लड़कियां क्वालिटी और प्राइवेट टाइम बिताने के लिए होटलों में जाते हैं, यह अक्सर समाज में सवाल खड़े करता है, क्योंकि कुछ लोग इसे गलत या यहाँ तक कि गैरकानूनी भी मानते हैं। कई होटल आज भी अपनी आंतरिक नीतियों का हवाला देकर अविवाहित जोड़ों को कमरे देने से इनकार करते हैं। लेकिन क्या वाकई में होटल में गर्लफ्रेंड के साथ होटल में रुकना गैरकानूनी हैं, आइए जानते हैं इसकी पूरी डिटेल्स

इसके विरुद्ध कोई कानून नहीं - अगर दोनों वयस्क हैं तो भारत में अपने साथी के साथ होटल के कमरे में ठहरना गैरकानूनी नहीं है।
संवैधानिक अधिकार - भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत, जोड़ों को सम्मान और निजता के साथ अपना जीवन जीने का अधिकार है।
आयु आवश्यकता - दोनों व्यक्तियों की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।

वैध पहचान प्रमाण - होटल में चेक-इन के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट जैसी वैध पहचान पत्र अनिवार्य है।
आपसी सहमति ज़रूरी है - दोनों पार्टनर को अपनी सहमति देनी चाहिए।
पुलिस दखल नहीं दे सकती - अगर सभी दस्तावेज़ वैध हैं और दोनों वयस्क हैं, तो पुलिस को भी जोड़े को परेशान करने या रोकने का कोई अधिकार नहीं है।
इसलिए, भारत में अविवाहित जोड़ों का होटलों में ठहरना गैरकानूनी नहीं है। बस शर्त यह है कि दोनों वयस्क हों, उनके पास वैध पहचान पत्र हों और ठहरने की सहमति हो।
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