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उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन 31 अक्टूबर को वाराणसी का करेंगे दौरा

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New Delhi, 30 अक्टूबर . उपPresident सीपी राधाकृष्णन Friday को उत्तर प्रदेश के वाराणसी का एक दिवसीय दौरा करेंगे और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे.

एक अधिकारी ने एक बयान में बताया कि इस यात्रा के दौरान उपPresident उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ के साथ मुख्य अतिथि के रूप में वाराणसी के सिगरा में नए सत्रम भवन के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे.

श्री काशी नट्टुकोट्टई नगर सत्रम प्रबंधन सोसाइटी ने 60 करोड़ रुपए की लागत से 140 कमरों वाले 10 मंजिला सत्रम का निर्माण किया है.

यह सोसाइटी द्वारा वाराणसी में निर्मित दूसरा सत्रम है, और इसका उद्देश्य आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के साथ-साथ युवा पीढ़ी को इस पवित्र शहर की यात्रा के लिए प्रोत्साहित करना है.

यह पहल काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बंधन को दर्शाती है, जो ‘एक India श्रेष्ठ भारत’ की भावना में काशी-तमिल के गहरे जुड़ाव का प्रतीक है.

उद्घाटन के बाद उपPresident काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे.

इससे पहले राधाकृष्णन ने कोयंबटूर, तिरुप्पुर, मदुरै और रामनाथपुरम में कई कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद Thursday को अपनी तमिलनाडु यात्रा संपन्न की. यह यात्रा 28 से 30 अक्टूबर तक चली.

Thursday को अपनी यात्रा के अंतिम दिन उपPresident ने रामनाथपुरम जिले के पासुमपोन का दौरा किया और पूज्य नेता पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर को उनकी जयंती और गुरु पूजा के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

उपPresident ने कहा कि पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर एक महान योद्धा, निडर योद्धा, पूजनीय संत और सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने अपना जीवन राष्ट्र और उसकी जनता के लिए समर्पित कर दिया.

उन्होंने पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर को नेताजी सुभाष चंद्र बोस का एक समर्पित अनुयायी बताया, जिन्होंने विचारों और कार्यों में साहस, त्याग और देशभक्ति को मूर्त रूप दिया. उपPresident ने कहा कि मुथुरामलिंगा थेवर सभी समुदायों और धर्मों के नेता थे.

उपPresident ने कहा कि पिछले 25 वर्षों से पसुम्पोन मुथुरामलिंगा थेवर जयंती और गुरु पूजा में भाग लेने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ है, और उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद तमिलनाडु की अपनी पहली यात्रा के दौरान इस वर्ष के समारोहों का एक बार फिर हिस्सा बनने पर अपार प्रसन्नता व्यक्त की.

उन्होंने आगे कहा कि मुथुरामलिंगा थेवर की विरासत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी.

एमएस/डीकेपी

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