New Delhi, 2 अक्टूबर . इंडिगो ने Thursday को चीन के लिए अपनी उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने की घोषणा की. कंपनी के इस फैसले के साथ पांच वर्ष से भी अधिक समय के बाद दोनों देशों के बीच सीधी हवाई कनेक्टिविटी की वापसी हो रही है.
एयरलाइन 26 अक्टूबर से अपने एयरबस ए320 नियो विमान का इस्तेमाल करते हुए कोलकाता से ग्वांगझू के लिए रोजाना नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू करने जा रही है.
नियामक मंजूरियों के अधीन, इंडिगो आने वाले महीनों में दिल्ली और ग्वांगझू के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने की भी योजना बना रही है.
एयरलाइन ने कहा कि सेवाओं के फिर से शुरू होने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सीमा पार व्यापार और व्यावसायिक साझेदारी के रास्ते भी फिर से खुलेंगे.
एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “इंडिगो पहले भी चीन के लिए उड़ानें संचालित कर चुकी है और उसके पास पहले से ही कई व्यवस्थाएं हैं. पिछले अनुभव और स्थानीय साझेदारों के साथ हमारी जानकारी हमें इन उड़ानों को सुचारू रूप से फिर से शुरू करने में मदद करेगी.”
यह घोषणा विदेश मंत्रालय द्वारा इस महीने India और चीन द्वारा निर्दिष्ट शहरों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने की पुष्टि के तुरंत बाद की गई है.
2020 से दोनों देशों के बीच कोई सीधी यात्री उड़ान नहीं हुई है, हालांकि चीन India का सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापार साझेदार बना हुआ है.
यह कदम दोनों पड़ोसी देशों के बीच हाल ही में हुई राजनयिक बातचीत के बाद उठाया गया है.
Prime Minister Narendra Modi पिछले महीने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सात वर्षों में पहली बार चीन गए थे.
इस यात्रा के दौरान, Prime Minister मोदी और चीनी President शी जिनपिंग ने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि India और चीन को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि विकास साझेदार के रूप में कार्य करना चाहिए.
दोनों लीडर्स ने विवादित सीमा पर शांति और स्थिरता के महत्व पर ज़ोर दिया, साथ ही पीएम मोदी ने चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे पर India की चिंताओं को भी उठाया, जो वर्तमान में लगभग 99.2 बिलियन डॉलर है.
विमानन और व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि उड़ानों की बहाली से दोनों पक्षों के व्यवसायों को कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ सांस्कृतिक और पर्यटन आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा.
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एसकेटी/
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