New Delhi, 9 नवंबर . चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने Sunday को केंद्र Government से India की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने और देश के बड़े डिजिटल इकोसिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नेशनल साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन काउंसिल स्थापित करने का आग्रह किया.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखे एक पत्र में खंडेलवाल ने कहा कि India में तेजी से हो रहे डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ने शासन, व्यवसाय और सार्वजनिक सेवाओं में क्रांति ला दी है, साथ ही इसने साइबर धोखाधड़ी, डेटा ब्रीच और डिजिटल प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग में भी वृद्धि की है.
खंडेलवाल ने अपने पत्र में कहा, “जो तकनीक सशक्त बनाती है, वही खतरा भी पैदा कर सकती है और अब समय आ गया है कि हम मजबूत संस्थागत सुरक्षा उपाय की तरफ आगे बढ़ें.”
उन्होंने देश भर में साइबर सुरक्षा शिक्षा, सर्टिफिकेशन और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने और मानकीकृत करने के लिए एक नेशनल साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन बॉडी के गठन का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि यह पहल Government के डिजिटल इंडिया और विकसित India के विजन के अनुरूप होगी, जिससे देश की डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा करने में सक्षम कार्यबल का निर्माण किया जा सके.
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य स्ट्रक्चरर्ड, सर्टिफिकेशन और एप्लायड रिसर्च के माध्यम से India के साइबर सिक्योरिटी टैलेंट पूल को मजबूत करना होना चाहिए और यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक डिजिटल नागरिक सशक्त और सुरक्षित हो.”
खंडेलवाल ने सुझाव दिया कि प्रस्तावित काउंसिल सर्टिफाइड एथिकल हैकर (सीईएच), कंप्यूटर हैकिंग फोरेंसिक इन्वेस्टिगेटर (सीएचएफआई), सर्टिफाइड नेटवर्क डिफेंडर (सीएनडी), सर्टिफाइड सिक्योरिटी एनालिस्ट (सीएसए), लाइसेंस प्राप्त पेनेट्रेशन टेस्टर (एलपीटी) और सर्टिफाइड चीफ इन्फॉरमेशन स्कियोरिटी ऑफिसर (सीसीआईएसओ) जैसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेशन प्रदान करे.
उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम कुशल एथिकल हैकर, फोरेंसिक एक्सपर्ट और साइबर सुरक्षा नेतृत्व विकसित करने में मदद करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि काउंसिल India के साइबर सुरक्षा क्षेत्र में प्रतिभा की कमी को पाटने, पेशेवरों को प्रशिक्षित करने और नागरिकों, उद्यमियों और Governmentी अधिकारियों के बीच साइबर जागरूकता को बढ़ावा देने में मदद करेगी.
खंडेलवाल ने कहा, “दुनिया का अग्रणी टेक्नोलॉजी केंद्र बनने की India की आकांक्षा एक मजबूत साइबर सुरक्षा नींव पर टिकी होनी चाहिए. एक नेशनल साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन काउंसिल यह सुनिश्चित करेगी कि India की डिजिटल प्रगति सुरक्षित, आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनी रहे.”
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एबीएस/
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