बीजिंग, 10 मई . चीन और सिंगापुर के बीच “चीन-सिंगापुर सहयोग-2025” नामक संयुक्त समुद्री अभ्यास 9 मई को सिंगापुर के चांगी नौसैनिक अड्डे पर शुरू हुआ. इस अभ्यास में दोनों देशों की नौसेनाओं के अधिकारियों और सैनिकों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
यह दोनों राष्ट्रों द्वारा आयोजित चौथा संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण है, जिसे तीन चरणों में विभाजित किया गया है: बंदरगाह व तटीय आदान-प्रदान, समुद्री संयुक्त अभ्यास और समापन सारांश.
बंदरगाह-तटीय आदान-प्रदान चरण के दौरान दोनों देश रणनीतिक योजना पर सेमिनार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पेशेवर क्षेत्रों में विशेष गतिविधियों का आयोजन करेंगे. इसके बाद, समुद्री संयुक्त अभ्यास में चीनी और सिंगापुर की नौसेनाएं संयुक्त समुद्री हमले, समुद्री पुनःपूर्ति (रिसप्लेनिशमेंट) और संयुक्त खोज-बचाव जैसे मुख्य विषयों पर ध्यान केंद्रित करेंगी.
अभ्यास का अंतिम चरण समापन सारांश के साथ पूरा होगा, जिसमें प्राप्त अनुभवों और सबक का विश्लेषण किया जाएगा.
इस संयुक्त प्रशिक्षण में दोनों पक्षों ने कुल चार युद्धपोतों को तैनात किया है, जो समुद्री सुरक्षा और आपसी सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण परिचालन कौशल का अभ्यास करेंगे.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/
The post first appeared on .
You may also like
खत्म नहीं हुआ ऑपरेशन सिंदूर....पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों को दी है खुली छुट - उधर से गोली चले तो इधर से चले टोप का गोला...
Video: ट्रेन में चाय के नाम पर मिल रहा जहर, घिनौनी हरकत देख हो जाएंगे हैरान ˠ
उत्तर प्रदेश मतलब भारत की 'डिफेंस आत्मनिर्भरता' का नया आधार
'पाकिस्तान बिगड़ैल औलाद, पीओके लेने का सही समय' : धीरेंद्र शास्त्री
मदर्स डे पर काजल, नुसरत समेत इन एक्ट्रेसेस ने दी बधाई, कहा- 'आज मैं जो हूं, सिर्फ आपकी वजह से'