उत्तराखंड आज अपनी स्थापना का 25 वर्ष सेलीब्रेट कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि शहीद राज्य आंदोलनकारियों के नाम पर उनके क्षेत्र की अवस्थापना सुविधाओं का नामकरण किया जाएगा। राज्य आंदोलनकारियों और उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों के आश्रितों को अब हर महीने एक से दस हजार रुपये तक पेंशन बढ़कर मिलेगी। इसके साथ ही, उत्तराखंड के सभी शहीद स्मारकों का सौंदर्यीकरण भी कराया जाएगा।
देहरादून स्थित पुलिस लाइन में राज्य स्थापना की रजत जयंती पर आयोजित आंदोलनकारी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह घोषणाएं कीं। वे सुबह सबसे पहले कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे और शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने पुलिस लाइन में राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों के आश्रितों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। समारोह में राज्य आंदोलनकारियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई।
यह सहायता नहीं, हमारी कृतज्ञता का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने पेंशन में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि यह केवल सहायता नहीं, बल्कि हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है। उत्तराखंड का निर्माण केवल राजनीतिक निर्णय नहीं, बल्कि देवभूमि के लाखों लोगों के बलिदान, संघर्ष और तप का परिणाम है। उत्तराखंड आंदोलन के दौरान खटीमा, मसूरी और रामपुर तिराहा जैसी दर्दनाक घटनाएं हमारे इतिहास के अमर अध्याय हैं। राज्य सरकार आंदोलनकारियों के सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देती रही है और देती रहेगी।
घरों में पांच दीपक जलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आंदोलनकारियों की भावनाओं को प्रत्येक नीति और निर्णय में स्थान देगी। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेशवासी घरों में पांच दीपक राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में अवश्य जलाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य आंदोलन की भावना ही हमारी प्रेरणा है।
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