उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम की धार्मिक मान्यता केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी फैली हुई है। यहां के चमत्कारों के प्रति आस्था रखने वालों में प्रधानमंत्री मोदी, मार्क जुकरबर्ग, विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे कई प्रमुख व्यक्ति शामिल हैं। हालांकि, नीम करोली बाबा अपने भक्तों को कभी भी अपने चरणों को छूने की अनुमति नहीं देते हैं।
ज्ञान की प्राप्ति
17 वर्ष की आयु में ज्ञान की प्राप्ति
नीम करोली बाबा को केवल 17 साल की उम्र में ईश्वर का ज्ञान प्राप्त हुआ था। भक्त उन्हें भगवान हनुमान का अवतार मानते हैं। बाबा ने 108 से अधिक हनुमान मंदिरों का निर्माण किया है।
बाबा का अनूठा दृष्टिकोण
नीम करोली बाबा की एक विशेषता यह है कि वे किसी को अपने पैर छूने की अनुमति नहीं देते। जब कोई भक्त ऐसा करने की कोशिश करता है, तो वे इसे अस्वीकार कर देते हैं और हनुमान जी के चरणों को छूने की सलाह देते हैं।
बाबा का असली नाम और जीवन
नीम करोली बाबा का जन्म नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव में हुआ। उन्होंने 11 साल की उम्र में विवाह किया, लेकिन जल्दी ही गृहस्थ जीवन छोड़कर सन्यास लेने का निर्णय लिया।
प्रसिद्धि और भक्तों की सूची
बाबा को तिकोनिया वाले बाबा, तलैया बाबा और लक्ष्मणदास जैसे नामों से भी जाना जाता है। लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने उनके चमत्कारों पर 'मिरेकल ऑफ लव' नामक पुस्तक लिखी है।
प्रमुख भक्तों की सूची
नीम करोली बाबा के भक्तों में मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जॉब्स, जूलिया रॉबर्ट्स और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हैं। वार्षिक समारोह के दौरान यहां भक्तों की बड़ी भीड़ जुटती है। हाल ही में विराट कोहली और अनुष्का शर्मा भी बाबा के आश्रम पहुंचे थे।
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