बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समुदाय की भागीदारी पर उठे सवालों के बीच, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कारी सोहैब उर्फ अब्दुल को अपने हेलीकॉप्टर में बैठाकर एक नया राजनीतिक कदम उठाया है। चुनाव प्रचार के दौरान, असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि किसी मुस्लिम नेता को क्यों नहीं सीएम का चेहरा घोषित किया गया। इसी संदर्भ में, तेजस्वी यादव ने कारी सोहैब को अपने हेलीकॉप्टर में बैठाकर मुस्लिम वोटरों के बीच नाराजगी को कम करने का प्रयास किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर कारी सोहैब और अन्य नेताओं के साथ हेलीकॉप्टर की तस्वीर साझा की है।
कारी सोहैब की पहचान कौन हैं कारी सोहैब उर्फ अब्दुल?
कारी सोहैब बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं और आरजेडी के युवा नेता के रूप में जाने जाते हैं। वे बिहार युवा राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी के रूप में उनकी पहचान बनी है और वे आरजेडी में एक प्रमुख मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं।
सियासी सफर 2022 में बिहार विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए
कारी सोहैब ने बिहार की राजनीति में तेजी से अपनी पहचान बनाई है। वे जुलाई 2022 में बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए थे, और उनका कार्यकाल 21 जुलाई 2028 तक है। वे आरजेडी के युवा नेता हैं और युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है।
तेजस्वी का रणनीतिक कदम न केवल हेलीकॉप्टर में बैठाया, रैलियों में साध घुमाया भी
तेजस्वी यादव ने कारी सोहैब को न केवल अपने हेलीकॉप्टर में बैठाया, बल्कि उन्हें रैलियों में भी अपने साथ रखा। यह कदम विरोधी दलों द्वारा मुस्लिम वोटरों को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देने के लिए एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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