डीएसएम फ्रेश फूड्स आईपीओ एक बुक बिल्ड इश्यू है। कंपनी इस इस एसएमई आईपीओ के जरिये 59.65 करोड़ रुपये जुटा रही है। यह 59 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है। डीएसएम फ्रेश फूड्स लिमिटेड अपने आईपीओ से जुटाई गई शुद्ध आय में से 10.68 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय की जरूरतों को पूरा करने के लिए, लगभग 15 करोड़ रुपये का उपयोग मार्केटिंग खर्चों के लिए, 25 करोड़ रुपये कार्यशील पूंजी की आवश्यकता पूरी करने के लिए तथा कुछ हिस्सा अनिर्धारित अधिग्रहण और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
26 सितंबर से खुलेगा, प्राइस बैंड 96-101 रुपयेDSM Fresh Foods IPO का प्राइस बैंड 96-101 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ लॉट साइज 1200 शेयरों का है। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि अपर प्राइस के आधार पर 2 लाख 42 हजार 400 रुपये (2400 शेयर) है। 26 सितंबर को खुल कर यह इश्यू 30 सितंबर को बंद होगा 3 अक्टूबर को शेयर अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा और 6 अक्टूबर को कंपनी के शेयर BSE SME पर लिस्ट होंगे।
रेडी-टू-कुक/ईट नॉन-वेज प्रोडक्ट्स का कामडीएसएम फ्रेश फूड्स लिमिटेड की शुरुआत मई 2015 में हुई थी। यह कंपनी फ्रेश मांस और रेडी-टू-कुक/ईट नॉन-वेज प्रोडक्ट्स बेचने का काम करती है। कंपनी Zappfresh ब्रांड के नाम से जानी जाती है और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए अपने प्रोडक्ट्स ग्राहकों तक पहुँचाती है।
इसकी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर पोल्ट्री, सीफूड और खास किस्म के मांस जैसे कई विकल्प मिलते हैं। कंपनी ध्यान रखती है कि सभी उत्पाद पूरी तरह ताज़ा और साफ-सुथरे तरीके से ग्राहकों तक पहुँचें। Zappfresh का ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों पर उपलब्ध है और गूगल प्ले स्टोर पर इसे अब तक 1 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ने लगाई 94 प्रतिशत छलांग
वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 45 प्रतिशत छलांग लगाते हुए 131.47 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में 94 प्रतिशत का उछाल आया और यह 9.05 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की नेटवर्थ 31 मार्च 2025 तक 49.09 करोड़ रुपये और कुल उधारी 31.70 करोड़ रुपये है।
ग्रे मार्केट का हालग्रे मार्केट में इस इश्यू को लेकर अब तक कोई हलचल नहीं है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार DSM Fresh Foods IPO GMP शून्य रुपये है।
नारनोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू का बुक रनिंग लीड मैनेजर है और माशितला सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। कंपनी का मार्केट मेकर एलेक्रिटी सिक्योरिटीज लिमिटेड है। कंपनी के प्रमोटर दीपांशु मनचंदा और प्रिया अग्रवाल हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
26 सितंबर से खुलेगा, प्राइस बैंड 96-101 रुपयेDSM Fresh Foods IPO का प्राइस बैंड 96-101 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ लॉट साइज 1200 शेयरों का है। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि अपर प्राइस के आधार पर 2 लाख 42 हजार 400 रुपये (2400 शेयर) है। 26 सितंबर को खुल कर यह इश्यू 30 सितंबर को बंद होगा 3 अक्टूबर को शेयर अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा और 6 अक्टूबर को कंपनी के शेयर BSE SME पर लिस्ट होंगे।
रेडी-टू-कुक/ईट नॉन-वेज प्रोडक्ट्स का कामडीएसएम फ्रेश फूड्स लिमिटेड की शुरुआत मई 2015 में हुई थी। यह कंपनी फ्रेश मांस और रेडी-टू-कुक/ईट नॉन-वेज प्रोडक्ट्स बेचने का काम करती है। कंपनी Zappfresh ब्रांड के नाम से जानी जाती है और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए अपने प्रोडक्ट्स ग्राहकों तक पहुँचाती है।
इसकी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर पोल्ट्री, सीफूड और खास किस्म के मांस जैसे कई विकल्प मिलते हैं। कंपनी ध्यान रखती है कि सभी उत्पाद पूरी तरह ताज़ा और साफ-सुथरे तरीके से ग्राहकों तक पहुँचें। Zappfresh का ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों पर उपलब्ध है और गूगल प्ले स्टोर पर इसे अब तक 1 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ने लगाई 94 प्रतिशत छलांग
वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 45 प्रतिशत छलांग लगाते हुए 131.47 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में 94 प्रतिशत का उछाल आया और यह 9.05 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की नेटवर्थ 31 मार्च 2025 तक 49.09 करोड़ रुपये और कुल उधारी 31.70 करोड़ रुपये है।
ग्रे मार्केट का हालग्रे मार्केट में इस इश्यू को लेकर अब तक कोई हलचल नहीं है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार DSM Fresh Foods IPO GMP शून्य रुपये है।
नारनोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू का बुक रनिंग लीड मैनेजर है और माशितला सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। कंपनी का मार्केट मेकर एलेक्रिटी सिक्योरिटीज लिमिटेड है। कंपनी के प्रमोटर दीपांशु मनचंदा और प्रिया अग्रवाल हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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