चॉइस म्यूचुअल फंड ने चॉइस गोल्ड ETF लॉन्च किया है। अगर आप सुरक्षित, आसान और किफायती तरीके से सोने में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास एक और ऑप्शन आ गया है। सोना अक्सर निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो को संतुलित करने और लंबी अवधि में वैल्यू बनाए रखने का भरोसेमंद तरीका माना जाता है। इस न्यू फंड ऑफर (NFO) का सब्सक्रिप्शन अभी खुला है और यह 31 अक्टूबर तक ओपन रहेगा। इसके बाद एक हफ्ते के अंदर इसे BSE और NSE पर लिस्ट कर दिया जाएगा, जहां से आप कभी भी इसमें निवेश और बिकवाली कर पाएंगे।
इस न्यू फंड ऑफर (NFO) में मिनिमम 1,000 रुपए निवेश कर सकते हैं और इसके बाद आप जितना चाहें, निवेश कर सकते हैं। फंड का परफॉर्मेंस देश के सोने की कीमत के अनुसार मापा जाएगा। इस फंड को रोचन पटनायक मैनेज करेंगे।
गोल्ड ETF क्या होता है?
गोल्ड ETF निवेशकों को सोने में निवेश करने का आसान, सुरक्षित ऑप्शन देता है। इसका मतलब है कि आप बिना असली सोना खरीदे, सोने की कीमत के उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं। यह देश में सोने की कीमत के अनुसार रिटर्न देने का प्रयास करते हैं, हालांकि कभी-कभी इसमें थोड़ा अंतर (ट्रैकिंग एरर) हो सकता है।
सोने की मौजूदा मांग और निवेश का फायदा
इस साल की पहली छमाही (H1 2025) में सोने की मांग H1 2020 के बाद सबसे ज्यादा रही। सोने की लगातार बढ़ती कीमत निवेशकों को और अट्रैक्ट कर रही है। आमतौर पर सोना महंगाई के समय अपनी कीमत बनाए रखता है। यह दुनिया भर में स्वीकार्य है, दुर्लभ है और आसानी से बेचा या खरीदा जा सकता है। यही कारण है कि सोना निवेश के लिए लंबे समय में भरोसेमंद माना जाता है।
सोने में भारतीय निवेशकों की रुचि
भारतीय हमेशा से सोने में निवेश करने के शौकीन रहे हैं। हाल ही में सोने की कीमत ₹1.2 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है। यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया में ट्रेड वॉर, राजनीतिक तनाव और फाइनेंशियल मार्केट्स में अस्थिरता जैसी स्थितियां बनी हुई हैं।
डिस्क्लेमर : यह खबर केवल जानकारी के लिए है। इसे किसी भी फंड में निवेश या निकासी की सलाह ना समझें।
इस न्यू फंड ऑफर (NFO) में मिनिमम 1,000 रुपए निवेश कर सकते हैं और इसके बाद आप जितना चाहें, निवेश कर सकते हैं। फंड का परफॉर्मेंस देश के सोने की कीमत के अनुसार मापा जाएगा। इस फंड को रोचन पटनायक मैनेज करेंगे।
गोल्ड ETF क्या होता है?
गोल्ड ETF निवेशकों को सोने में निवेश करने का आसान, सुरक्षित ऑप्शन देता है। इसका मतलब है कि आप बिना असली सोना खरीदे, सोने की कीमत के उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं। यह देश में सोने की कीमत के अनुसार रिटर्न देने का प्रयास करते हैं, हालांकि कभी-कभी इसमें थोड़ा अंतर (ट्रैकिंग एरर) हो सकता है।
सोने की मौजूदा मांग और निवेश का फायदा
इस साल की पहली छमाही (H1 2025) में सोने की मांग H1 2020 के बाद सबसे ज्यादा रही। सोने की लगातार बढ़ती कीमत निवेशकों को और अट्रैक्ट कर रही है। आमतौर पर सोना महंगाई के समय अपनी कीमत बनाए रखता है। यह दुनिया भर में स्वीकार्य है, दुर्लभ है और आसानी से बेचा या खरीदा जा सकता है। यही कारण है कि सोना निवेश के लिए लंबे समय में भरोसेमंद माना जाता है।
सोने में भारतीय निवेशकों की रुचि
भारतीय हमेशा से सोने में निवेश करने के शौकीन रहे हैं। हाल ही में सोने की कीमत ₹1.2 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है। यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया में ट्रेड वॉर, राजनीतिक तनाव और फाइनेंशियल मार्केट्स में अस्थिरता जैसी स्थितियां बनी हुई हैं।
डिस्क्लेमर : यह खबर केवल जानकारी के लिए है। इसे किसी भी फंड में निवेश या निकासी की सलाह ना समझें।
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