अगली ख़बर
Newszop

अब डीलर के अंगूठे से ही खुलेगी पॉस मशीन, नहीं कर पाऐंगे राशन में फर्जीवाड़े

Send Push

राशन वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए अब बड़ा बदलाव किया जा रहा है। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि अब फेयर प्राइस शॉप (राशन डीलर) की पॉस मशीनें डीलर के अंगूठे से ही खुलेंगी। इससे पहले किसी भी व्यक्ति के आधार या फिंगरप्रिंट से मशीन चालू की जा सकती थी, जिसका कई जगह दुरुपयोग सामने आया था।

नई व्यवस्था लागू होने के बाद राशन वितरण से जुड़ा पूरा सिस्टम बायोमेट्रिक सत्यापन से नियंत्रित होगा, जिससे फर्जीवाड़े और घोटालों पर रोक लगेगी।

फर्जी ट्रांजेक्शन और अनियमितताओं पर सख्ती

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में कुछ जिलों से डुप्लीकेट ट्रांजेक्शन, फर्जी बायोमेट्रिक और घोस्ट बेनिफिशियरी (काल्पनिक लाभार्थी) के मामले सामने आए थे। जांच में पता चला कि कई डीलर अपने कर्मचारियों या परिचितों के फिंगरप्रिंट से पॉस मशीन संचालित कर रहे थे।

अब नई प्रणाली में पॉस मशीन तभी सक्रिय होगी जब डीलर स्वयं अंगूठा लगाकर लॉगिन करेगा। किसी अन्य व्यक्ति के फिंगरप्रिंट या आधार से मशीन नहीं खुलेगी।

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस निर्णय से डीलरों की जवाबदेही तय होगी और राशन वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी।

राज्यभर में चरणबद्ध तरीके से लागू होगी प्रणाली

सूत्रों के मुताबिक, इस योजना को राज्य के सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। पहले चरण में जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर और बीकानेर संभागों के कुछ चयनित जिलों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा।

इन जिलों में लगभग 10,000 पॉस मशीनों को नए सॉफ्टवेयर से अपडेट किया जाएगा। परीक्षण सफल रहने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

लाभार्थियों को भी मिलेगा फायदा

नई व्यवस्था से न केवल फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी, बल्कि सत्यापित लाभार्थियों को बिना बाधा राशन मिल सकेगा। अब यदि किसी लाभार्थी का अंगूठा फेल होता है, तो डीलर को OTP या वैकल्पिक सत्यापन की सुविधा दी जाएगी, जिससे वास्तविक लाभार्थी वंचित नहीं रहेगा।

खाद्य विभाग ने सभी जिला रसद अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे डीलरों को नई प्रणाली की ट्रेनिंग दें और तकनीकी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी करें।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें